बेशक पिता के साथ दोनों भाई आज पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारणी में आये और मंच पर बैठे, लेकिन जैसे ही तेजस्वी यादव का भाषण शुरू हुआ, मंच पर मौजूद तेज प्रताप यादव उठकर चल दिये.
पटना. राजद सुप्रीमो लालू यादव के परिवार में दो भाइयों के बीच मतभेद खत्म नहीं हो रहा है. बेशक पिता के साथ दोनों भाई आज पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारणी में आये और मंच पर बैठे, लेकिन जैसे ही तेजस्वी यादव का भाषण शुरू हुआ, मंच पर मौजूद तेज प्रताप यादव उठकर चल दिये.
तेज प्रताप का अचानक मंच से उठकर जाना सबको हतप्रभ कर गया. तेज प्रताप की कुर्सी राजद महासचिव अब्दुलबारी सिद्दी के बगल में थी, जबकि तेजस्वी की कुर्सी लालू प्रसाद के बगल वाली थी. दोनों भाई के बीच सिद्दीकी की कुर्सी थी.
कई मुद्दों पर है मतभेद
पार्टी सूत्रों और जानकारों की मानें तो तेज प्रताप कुछ मुद्दों को लेकर अपने छोटे भाई और प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव से अलग मत रखते हैं. इसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का मसला भी शामिल है.
अध्यक्ष पद को लेकर चल रहा रार
पिछले दिनों ही जब यह चर्चा जोरों पर थी कि प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाएगा, तब भी तेज प्रताप ने सबसे पहले इसका का खंडन किया था. तेज प्रताप ने साफ शब्दों ने कहा कि राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद रहेंगे या फिर उनकी मां राबड़ी देवी पार्टी की कमान संभालेगी.
पार्टी के फैसलों से हो रहे दूर
जानकारों का कहना है कि अब राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में तेज प्रताप का उस समय मंच छोड़ना, जब उनके छोटे भाई तेजस्वी संबोधन कर रहे थे, इन संभावनाओं को मजबूती देता है कि राजद अध्यक्ष के दोनों बेटों के बीच सब कुछ ठीक नहीं है. विशेषकर पार्टी के फैसलों से संबंधित फैसलों में तेजप्रताप की सिमटती भागीदारी की ओर यह बड़ा संकेत है.
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