दर्पण प्लस एप के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे चिकित्सक
पटना। स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग एईएस (एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम) से बचाव और उसके उपचार को लेकर पुख्ता तैयारी कर रहा है। एक ओर जहां स्वास्थ्य केंद्रों पर 24 घंटे डॉक्टर्स एवं नर्सों की उपस्थिति सुनिश्चित करायी जा रही है, वहीं दूसरी ओर इन कर्मियों की उपस्थिति को लेकर मोबाइल पर अपडेटेड दर्पण प्लस एप इंस्टाल कराया जा रहा है। श्री पांडेय ने कहा कि विभाग राज्य के 12 एईएस अति प्रभावित जिलों के सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर सातां दिन 24 घंटे स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक कार्रवाई कर रहा है, ताकि एईएस से ग्रसित मरीजों का ससमय उपचार कर उन्हें जल्द स्वस्थ किया जा सके।
श्री पांडेय ने कहा कि एईएस प्रभावित सभी 12 जिलों के सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर जिला अस्पतालों में एईएस बीमारी से ग्रसित मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलती रहे, इसके लिए सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपाधीक्षक, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, विशेषज्ञ चिकित्सक और सामान्य चिकित्सक की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित कराने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इसके अलावा एईएस प्रभावित जिलान्तर्गत सभी स्वास्थ्य संस्थानों में आवश्यक दवाइयां और संसाधन उपलब्ध कराने के साथ-साथ नियंत्रण कक्ष में मुकम्मल लैंड लाइन, फिक्सड वायरलेस फोन और आइपी फोन लगाया जा रहा है, ताकि एईएस पीडितों का ससमय उपचार सुचारू रूप से हो सके।
श्री पांडेय ने कहा कि मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, दरभंगा, गोपालगंज, पटना, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सारण, सिवान, वैशाली, सीतामढ़ी एवं शिवहर को अति प्रभावित जिले में शामिल किया गया है। इन जिलों में चिकित्सकों व विशेषज्ञ चिकित्सक के मोबाइल पर अपडेटेड दर्पण प्लस एप इंस्टाल कर स्वयं की उपस्थिति दर्ज करने की प्रक्रिया के लिए प्रशिक्षित किया गया है, ताकि उन्हें अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में किसी प्रकार की दिक्कत का सामना करना नहीं पड़े। चिकित्सकों की नियमित उपस्थिति से निश्चित रूप से एईएस ग्रसित मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलती रहेंगी। ऐसा होने से एईएस प्रभावित जिलों में बीमारी पर प्रभावी नियंत्रण करने में विभाग को सफलता मिलेगी।
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