सीएमई व सूक्ष्मजीव विषय पर कार्यशाला का मंत्री ने किया उद्घाटन
पटना। स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने इंदिरा आईवीएफ की ओर से आयोजित पुरुष बांझपन पर सीएमई और सूक्ष्मजीव विषय पर पटना के एक होटल में आयोजित कार्यशाला का उदघाटन कर उपस्थित चिकित्सकों को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि चिकित्सक कैसे बेहतर कार्य करें, जिससे समाज को लाभ हो। मंत्री होने के नाते मेरा दायित्व बनता है कि आपको स्वास्थ्य विभाग एवं राज्य सरकार से हर संभव मदद प्रदान करने में सहायता प्रदान करें। आज जिस प्रकार से आप साइंटिफिक कार्यशाला का आयोजन कर रहे हैं। यह सराहनीय है। चिकित्सा के क्षेत्र में राज्य के अदंर होने वाले कार्य को प्रोत्साहित करना मेरा फर्ज है। आज एक ज्ञानवर्धक कार्यक्रम है। नयी तकनीकों के जरिये मेल फर्टिनिटी पर चर्चा की जा रही है।
श्री पांडेय ने कहा कि आईवीएफ ऐसे माता-पिता के जीवन में एक दीप की तरह कार्य करता है, जो स्वास्थ्य विज्ञान की इस व्यवस्था के तहत माता-पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त कर पाते हैं। आज इंदिरा आईवीएफ के जरिये लगभग एक लाख लोग माता-पिता बन पाए हैं। बिहार एवं झारखंड में आईवीएफ की सेवा एक मात्र सरकारी अस्पताल में दी जा रही है। राजधानी पटना के आईजीआईएमएस में यह व्यवस्था भी लागू की गयी है। यह जीवन को आनंद देने वाला विषय है। हमारे समाज में इस व्यवस्था को लेकर कई प्रकार की भ्रांतियां हैं। इससे समाज में एक तनाव पैदा होता है। चिकित्सा विज्ञान की मानें तों मेल इनफर्टिलिटी भी संतान उत्पत्ति में बाधा उत्पन्न करता है। जिसे दूर करने के लिए आज इस प्रकार का एक कार्यशाला आयोजित है। इस आयोजन के जरिये समाज में बेहतर परिणाम मिलेगा। बिहार के लोगों को आपके सहयोग से आने वाले समय में लाभ मिलेगा।
श्री पांडेय ने कहा कि चिकित्सकों के सहयोग से निःसंतान दंपत्ति को मदद मिलेगी। सरकार की ओर से आशा दिलाता हूं कि इस अभियान में हर प्रकार से सहयोग प्रदान किया जायेगा। इस अवसर पर पद्मश्री डॉ शांति राय, डॉ सुनील जिंदल, डॉ विपिन चंद्रा, डॉ विनीता सिंह, सुप्रिया जायसवाल, हिमांशु राय, आईवीएफ पटना सेंटर हेड दयानिधि कुमार समेत कई चिकित्सकों की मौजूदगी रही।
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