जेडीयू की इफ्तार पार्टी में शिरकत करने के लिए तेज प्रताप यादव और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव एक साथ पहुंचे हैं। तेज-तेजस्वी को देखकर तो यही लग रहा था कि पार्टी और परिवार के अंदर सब ठीक है।
पटना : जेडीयू की इफ्तार पार्टी में शिरकत करने तेज प्रताप और तेजस्वी यादव एक साथ पहुंचे। विवादों के बीच दोनों भाई एक ही गाड़ी से हज भवन पहुंचे। गाड़ी से एक साथ उतरे फिर हज भवन के अंदर एक साथ ही गए। दोनों को देखकर तो यही लग रहा था कि पार्टी और परिवार में सब ठीक है। बता दें कि तेज प्रताप दो-तीन दिनों से राबड़ी आवास में ही रह रहे हैं।
बता दें कि तेज प्रताप यादव मंगलवार की शाम अपनी मां राबड़ी देवी के आवास पहुंचे और वहीं रात बिताई और घोषणा की कि वह अब राज्य सरकार द्वारा आवंटित बंगले में नहीं रहेंगे। तेजप्रताप लंबे समय से अपनी मां और परिवार के अन्य सदस्यों से अलग विधायक के तौर पर आवंटित अपने सरकारी बंगले में रह रहे थे।
उन्होंने सोमवार को एक ट्वीट में कहा था कि वह अपना इस्तीफा जल्द ही अपने पिता राजद प्रमुख लालू प्रसाद को सौंप देंगे। हालांकि, उनके मां के आवास में फिर से लौट आने को यानी इस ‘पुनर्मिलन’ को परिवार के लिए खुशी से ज्यादा ‘आशंकाओं’ भरा माना जा रहा है। आरजेडी जिसे वर्तमान में लालू के राजनीतिक उत्तराधिकारी माने जाने वाले उनके छोटे पुत्र तेजस्वी यादव नियंत्रित करते रहे हैं, हाल के दिनों में तेज प्रताप के खिलाफ पार्टी की युवा इकाई के एक पदाधिकारी के गंभीर आरोपों से उत्पन्न विवाद से परेशान हैं।
आरजेडी विधायक तेजप्रताप जो कि वर्तमान में समस्तीपुर जिले के हसनपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, के करीबी सूत्रों का कहना है कि उन्होंने शायद अपनी मां के 10 सर्कुलर रोड बंगले में रहने का फैसला पार्टी में विरोधियों द्वारा रामराज के माध्यम उनके खिलाफ रची गई ‘साजिश’ के मद्देनजर लिया होगा। लालू के राजनीतिक उत्तराधिकारी माने जाने वाले उनके छोटे पुत्र और बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी की पार्टी पर दबदबे से कथित कुंठित रह रहे उनके बड़े भाई और तेजप्रताप पर लगाए गए आरोप के बारे में जब पत्रकारों द्वारा पूछा गया तो उन्होंने बुदबुदाते हुए केवल इतना कहा था कि मामले की जांच की जाएगी।
आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह जिनसे भी तेजप्रताप लंबे समय से नाराज चल रहे हैं, एकमात्र आरजेडी नेता हैं, जिन्होंने रामराज के आरोपों की जानकारी की पुष्टि की है। उन्होंने कहा था कि रामराज ने मुझे फोन किया था और अपनी आपबीती सुनाई थी। मैंने उनकी शिकायतों का संज्ञान लिया है। लेकिन दुर्भाग्य से तेजप्रताप के खिलाफ कोई कार्रवाई करना मेरे हाथ में नहीं है। वह एक विधायक हैं और केवल राज्य इकाई के नेता नहीं हैं।
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