पटना के डॉक्टरों ने एक ऐसे मरीज को फिट कर दिया है, जिसका पैंक्रियाज शराब से सड़ गया था। डॉक्टरों ने 6 घंटे के ऑपरेशन में 60% पैंक्रियाज को काटकर निकाल दिया और 40% पर युवक को फिट कर दिया। सर्जरी करने वाले डॉक्टरों ने दावा किया है कि यह बिहार की पहली ऐसी सर्जरी है जिसमें 40% पैंक्रियाज पर मरीज को जिंदगी दी गई है। मरीज पूरी तरह से ठीक और पूरी तरह से सामान्य हो गया है।
15 साल के शराब में मिली बड़ी बीमारी
पटना के मेडिमैक्स हॉस्पिटल के एमडी डॉ संजीव कुमार का कहना है कि बिहार का रहने वाला 40 साल का प्रभु राम नागालैंड में रोजी रोटी के चक्कर गया था। वह वहां लंबे समय से रह रहा था और 15 साल पहले वहां उसे शराब की लत लग गई। वह कड़ी मजदूरी के साथ शराब का अधिक सेवन करने लगा। इससे उसकी सेहत खराब होती गई। वर्ष 2021 में उसकी हालत काफी खराब हो गई। पेट में दर्द होन लगा और जब तेज बढ़ गया तो उसे बिहार लाया गया।
इलाज से नहीं मिलता था आराम
पेट में दर्द और जाँडिस की परेशानी के बाद उसका कई जगह इलाज कराया गया लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। इलाज के लिए पहले उसे मोतिहारी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया और जब लाभ नहीं हुआ तो मुजफ्फरपुर के एक निजी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। जब हालत बिगड़ने लगी और दर्द से वह परेशान हो गया तो डॉक्टरों ने पटना रेफर कर दिया। घर वालों ने पटना के गैस्ट्रो सर्जन डॉ संजीव कुमार के हॉस्पिटल मेडीमैक्स में भर्ती कराया।
जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
गैस्ट्रो सर्जन डॉ संजीव कुमार का कहना है कि पटना मेडीमैक्स अस्पताल में भर्ती करने के बाद जब मरीज की जांच कराई गई तो चौंकाने वाली बात सामने आई। उसके पैन्क्रियाज में नेक्रोसिस बीमारी का पता चला। मरीज की स्थिति काफी गंभीर थी और तत्काल ऑपरेशन नहीं किया जाता तो उसकी मौत हो सकती थी। ऑपरेशन भी आसान नहीं था, क्योंकि उसका पैंक्रियाज आधा से अधिक सड़ गया था। इसके इंफेक्शन का बड़ा खतरा था, जिससे मरीज की मौत ऑपरेशन के दौरान भी हो सकती थी। मरीज की जान बचाने के लिए डॉक्टरों ने रिस्क लिया और विशेषज्ञों की टीम बनाकर डॉक्टर संजीव ने 6 घंटे में 60% पैंक्रियाज काटकर निकाल दिया। टीम में शामिल डॉ. अरविन्द कुमार सिंह , डॉ. किशन कुमार, डॉ. लालबाबू और डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि पहली बार पैंक्रियाज का ऐसा जटिल ऑपरेशन कर मरीज को खतरे से बाहर निकाला गया है।
खतरे से सर्जरी को नहीं तैयार होते डॉक्टर
ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि पैंक्रियाज नेक्रोसिस एक खतरनाक बीमारी है, इसमें समय से ऑपरेशन नहीं हो तो मरीज की जान बचा पाना मुश्किल होता है। मरीज की स्थिति काफी खराब हो चुकी थी। उसका पैंक्रियाज लगभग 60 प्रतिशत सड़ गया था और इंफेक्शन का खतरा था इसलिए डॉक्टर ऑपरेशन को भी तैयार नहीं हो रहे थे। डॉक्टरों का दावा है कि बिहार में पहली बार ऐसा जटिल ऑपरेशन कर मरीज की जान बचाई गई है। डॉक्टर संजीव बताते हैं कि 4 साल में 10 वां केस पैंक्रियाज नेकोसिस का मिला है जो जिसका ऑपरेशन जटिल था और उसकी जान बचाई जा सकी है। मरीज अब पूरी तरह से ठीक है, 10 दिन आईसीयू में रखने के बाद वार्ड में रखा गया , अब वह पूरी तरह से सामान्य है। डॉ संजीव ने कहा शराब के अधिक सेवन से इस तरह का खतरा होता है जिसमें जान बचाना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि समाज में शराब के सेवन के दुष्प्रभाव के बारे में हर कोई अवेयर हो और ऐसी गंभीर बीमारी से बचे।
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