पटना: 2 नवंबर को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान से 1 लाख 20 हजार 336 नवनियुक्त बीपीएससी शिक्षकों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के द्वारा नियुक्ति पत्र बांटे जाएंगे। इस कार्यक्रम से पहले राजद और जदयू आमने सामने हैं। दोनों पार्टियों में इतने बड़े नियुक्ति का क्रेडिट लेने की होड़ लगी है।
पटना में कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए युद्ध स्तर से तैयारियां चल रही है। जगह जगह कार्यक्रम के पोस्टर लगाए गए हैं। उस पोस्टर में प्रमुखता से सिर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दिखाया गया है। पोस्टर में तेजस्वी यादव की तस्वीर नदारत है। वहीं एक कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने इशारों-इशारों में शिक्षक अभियर्थियों के नियुक्ति के मामले पर राजद नेताओं को कहा कि मंत्री गण बैठे हुए हैं हम कहेंगे.. आप कहिए कि राज्य सरकार ने काम किया है। ई सब मत कहिए कि हम ही सबकुछ कर दिए। ई सब काम नहीं करना चाहिए। राज्य सरकार कहिए। हम क्रेडिट लेते हैं कभी। आप बोलिए न हम तो राज्य सरकार का न क्रेडिट लेते हैं जी। अपना व्यक्तिगत कोई क्रेडिट नहीं लेते हैं।
मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद राजद ने अपने पेज से तेजस्वी का फोटो लगा हुआ एक ट्वीट किया। ट्वीट में लिखा रोजगार, नौकरियों और अवसरों में इतिहास रच रहा है बिहार! तेजस्वी बन रहा है बिहार तत्पर कर्तव्यनिर्वहन कर रही है महागठबंधन सरकार! वहीं सीएम के क्रेडिट वाले बयान और राजद के ट्वीट के सवाल पर शक्ति यादव ने कहा कि आरजेडी में तेजस्वी जी हैं सरकार के पार्ट है तो बात तो आती ही है ना। 2020 में हम लोगों ने जो नियुक्ति की बात कही थी वह नीतीश जी के नेतृत्व में यह संकल्प पूरा किया जा रहा। नियुक्ति और तेजस्वी का अनुआश्रय संबंध है और नीतीश जी की सरकार यह पूरा कर रही है।
भाजपा ने भी इस मामले पर ली चुटकी
जहां शिक्षक नियुक्ति को लेकर राजद और जदयू आमने सामने हैं। वहीं इसके बीच भाजपा ने भी इस मामले पर चुटकी ली है। भाजपा प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि शिक्षक नियुक्ति सरकारी इवेंट के पोस्टर से तेजस्वी यादव के तस्वीर को हटा दिया गया है। ये चाचा और भतीजा का धीमा चौकड़ी है। कौन यश ले कौन अपयश ले इसी बात है। यह शिक्षक नियुक्ति घोटाला है। इसमें नई नियुक्ति सिर्फ 25 हजार हुई है। बाकी पुराने शिक्षकों को ही नियुक्ति पत्र बांटा जाएगा।
तेजस्वी ने किया था 10 लाख रोजगार देने का वादा
आपको बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में अपनी चुनावी वादा में तेजस्वी यादव ने अपनी पहली कलम से 10 लाख रोजगार देने का वादा किया था। वहीं महागठबंधन की सरकार बनने के बाद 15 अगस्त 2022 को पटना के गांधी मैदान में 20 लाख युवाओं को रोजग़ार देने की बात कही थी। अब चुनाव नजदीक आते ही अपने वादे को हकीकत में उतारने के दावे को लेकर जदयू और राजद आमने सामने हैं।
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